मौजूदा समय में पुरूशों में नपुंसकता एवं यौन अक्षमता पैदा करने वाली इरेक्टाइल डिसफंक्शन की बीमारी का प्रकोप तंबाकू, शराब एवं मादक द्रव्यों के सेवन तथा मानसिक तनाव एवं दुश्चिंता जैसे कारणों से तेजी से बढ़ रहा है। एक अनुमान के अनुसार हर दस में से एक पुरुष यौन अक्षमता की बीमारी इरेक्टाइल डिसफंक्शन (ई.डी.) से पीड़ित है। यह बीमारी रक्त वाहिनियों या तंत्रिकाओं अथवा दोनों की कार्यप्रणालियों में गड़बड़ी आ जाने से उत्पन्न होती है। पुरुष जननांग की रक्त वाहिनियों में वसा जम जाने पर जननांग में रक्त प्रवाह समुचित रूप से नहीं हो पाता है जिसके कारण यौन संबंध के दौरान पुरुष लिंग में पर्याप्त कड़ापन नहीं आ पाता है। मधुमेह और उच्च रक्त दाब तथा इन रोगों की दवाईयों के सेवन, मानसिक तनाव, पर्यावरण प्रदूषण, मेरू रज्जू (स्पाइनल कार्ड) में चोट अथवा उससे संबंधित बीमारियों, हार्मोन संबंधी एवं आनुवांशिक विकारों के अलावा अधिक शराब एवं वसा युक्त भोजन के सेवन तथा धूम्रपान से कई पुरुषों में ‘इरेक्टाइल डिस्फंक्शन’ की समस्या उत्पन्न हो जाती है।
रक्तवाहिनियों की समस्यायें : इस बीमारी का सबसे सामान्य कारण रक्त वाहिनियों से संबंधित समस्यायें हैं। इस बीमारी से ग्रस्त पुरुषों की रक्त वाहिनियां संकरी होती हैं जिनसे यौन संबंधों के दौरान लिंग की रक्त वाहिनियों में समुचित रक्त प्रवाह नहीं हो पाता। एथ्रोस्क्लेरोसिस (धमनियों का कड़ापन), उच्च रक्त दाब, उच्च कॉल्ेास्ट्रॉल और धूम्रपान रक्त वाहिनियों के संकरेपन के प्रमुख कारण हैं। रक्त वाहिनियों के संकरेपन या कड़ापन के कारण शरीर के विभिन्न भागों में खास तौर पर जननांगों में रक्त प्रवाह में गिरावट आ जाती है।
स्नायु समस्यायें : सामान्य स्थिति में यौन उत्तेजना के दौरान मस्तिष्क एवं स्पाइनल कॉर्ड के संदेश नर्व के जरिये पेल्विस एवं जननांगों की रक्त वाहिकाओं को भेजे जाते हैं। ये संदेश पाकर रक्त वाहिकायें फैलती हैं तथा उनमें रक्त भर जाता है जिससे लिंग में कड़ापन आता है। अनेक स्थितियां संदेश के आवागमन की प्रक्रिया को बाधित करके इरेक्टाइल डिसफंक्शन पैदा कर सकती हैं। मधुमेह, मल्टीपल स्क्लेरोसिस, पार्किंसन्स रोग, स्ट्रोक, स्पाइनल कॉर्ड में चोट तथा कोलोन या प्रोस्टेट कैंसर की सर्जरी के कारण स्नायु तंत्र को नुकसान पहुंचता है जिससे मस्तिष्क के संदेश को ले जाने की स्नायुओं की क्षमता घटती है। शराब, मादक द्रव्यों और कुछ खास दवाइयों के लंबे समय तक सेवन से भी स्नायु तंत्र एवं रक्त वाहिनियों को नुकसान पहुंच सकते हैं।
हार्मोन समस्यायें : जिन पुरुषों के शरीर में पर्याप्त मात्रा में टेस्टोस्टेरोन नामक पुरुष हार्मोन नहीं बनता है उन्हें भी इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या हो सकती है। कम सेक्स हार्मोन के कारण यौन उत्तेजना एवं रूचि में भी कमी आती है।
मनोवैज्ञानिक कारण : यौन क्रिया को लेकर चिंता, संबंधों में तनाव, डिप्रेशन एवं तनाव जैसे मनोवैज्ञानिक कारणों से भी यह बीमारी हो सकती है। दुश्चिंता एवं तनाव के कारण एड्रेनलीन हार्माेन का उत्सर्जन होता है जिससे पुरुष जननांग में रक्त प्रवाह में कमी आती है और इरेक्टाइल डिशफंक्शन की समस्या होती है। तीव्र दर्द से पीड़ित लोगों को भी यह समस्या हो सकती है।
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